हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण, कारण और उपाय
आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी मे अनियमित ओर व्यस्त दिनचर्या के कारण हाई बीपी से अधिकतर लोग परेशान है । कई बार मरीज को पता ही नहीं चलता की उसे हाई बीपी है हालांकि बीपी के कई लक्षण है जिससे आसानी से इसकी पहचान की जा सकती है लेकिन फिर भी अधिकांश लोग बीपी के लक्षणो को थकावट ओर कमजोरी का नाम देकर अनदेखा करते है । जो धीरे धीरे एक बड़ी समस्या ओर बड़े विकार के रूप मे उभरकर आती है ।
आमतौर पर बीपी की वजह से कोई लक्षण नज़र ही नहीं आते है या आते है तो हम उन लक्षणो को समाज नहीं पाते इसलिए बीपी की नियमित जांच करवाकर ही इसकी जटिलता से बच सकते है । क्योंकि सही समय पर पता नहीं चला तो भविष्य मे अन्य गंभीर समस्या हो सकती है जैसे दिल का दौरा या स्ट्रोक । भारत मे एक अनुमान के मुताबिक हर 3 मे से 1 व्यक्ति को हाई बीपी की शिकायत है जो की एक गंभीर विषय है । चिकित्सा विज्ञान के अनुसार अभी तक हाई बीपी का कोई स्थायी इलाज नहीं है लेकिन, दवाओं और सावधानी से हाई बीपी को नियंत्रित किया जा सकता है ।
हाई ब्लड प्रैशर के लक्षण
- सर मे दर्द रहना
- भ्रम की स्टीथी पैदा होना
- सिने मे दर्द होना
- स्किन पर लाल रंग के धब्बे होना
- उल्टी होना
- अत्यधिक थकान होना
- नज़र कमजोर होना
- नाक से खून आना
- साँस लेने मे समस्या होना
- अचानक से पैर सुन्न होना
हाई बीपी क्यो होता है? हाई बीपी के कारण क्या है?
असंतुलित आहार ओर असंतुलित दिनचर्या इसका मुख्य कारण है भूख लगने पर भी खाना न खाना व देरी से खाना या फिर जंक फ़ूड ज्यादा खाना ये असंतुलित आहार के रूप है जिसमे ज्यादा समस्या होने की संभावना होती है ज्यादा देरी तक बैठे रहना या लम्बे समय तक मानसिक तनाव में रहना यह सब ख़राब दिनचर्या को दर्शाता है ।
मोटापा: मोटापा के कारण बीपी हाई होने का खतरा सामान्य व्यक्ति की तुलना मे बढ़ जाता है ।
ज्यादा आराम: आलसी व्यक्ति या जो ज्यादा समय बैठकर व्यतिक करते है योग या खेल - कूद या किसी भी प्रकार की कोई शारीरिक क्रिया नहीं करते ऐसे लोगो के लिए बीपी बढ्ने का जोखिम ज्यादा रहता है ।
बीमारिया: जो व्यक्ति पहले से ही बीमार है जैसे की किडनी रोग, दिल के रोग, शुगर जैसे रोगो से ग्रसित है ऐसे लोगो के लिए यह खतरा ज्यादा होता है व जिनकी रक्त धमनिया कमजोर होती है उनमें रक्तचाप के बढ़ने का जोखिम सबसे ज्यादा होता है ।
धुम्रपान: धुम्रपान रक्तवाहिका को संकीर्ण कर देता है और यह आदत धीरे धीरे उच्च रक्तचाप का कारण बन सकती है ।
शराब पीना: शराब पिने की नियमित आदत आपके रक्तचाप को अधिक नुकसान पंहुचा सकती है और यह रक्तचाप को गंभीर कर देता है ।
अधिक नमक खाना पर ज्यादा वासा युक्त खाना भी नुकसान देता है साथ ही गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खतरा रहता है ।
हाई बीपी का इलाज़ क्या है?
- अतिरिक्त वजन कम करना और स्वस्थ बीएमआई बनाए रखना
- किसी भी रूप में नियमित रूप से व्यायाम करना
- नमक, चीनी और वसा के सेवन पर नियंत्रण के साथ स्वस्थ आहार खाना
- शराब, सिगरेट धूम्रपान और अवैध दवाओं के सेवन को सीमित करना या रोकना
- कैफीनयुक्त पेय को कम करना
- ऐसे पेय पदार्थों का सेवन जो चयापचय को बढ़ाते हैं
- आवृत्तियों पर रक्तचाप की निगरानी
दिए गए उपाय सामान्य स्तिथि में उच्चरक्त चाप हेतु सामान्य जानकारी है लक्षण दिखने पर एक बार चिकित्सीय परामर्श अवश्य ले ।