सम्राट अशोक के 9 रत्नों का रहस्य
सम्राट अशोक के बारे में तो आप सभी जानतें ही होंगें। एक महान चक्रवर्ती सम्राट थे जिनका नाम दुनिया के महान और ताकतवर लोगो में लिया जाता है। ऐसा माना जाता है की ईरान से लेकर बर्मा तक सम्राट अशोक का साम्राज्य था। सम्राट अशोक ने अपने साम्राज्य में जगह जगह पर अशोक स्तंभ बनवाएं थे। उनके द्वारा बनाये गए हजारो स्तंभों को मध्यकाल के मुस्लिमों शासको ने ध्वस्त कर दिया।
सम्राट अशोक के बारे में बहुत से कहानिया प्रचलित है और बहुत सी किताबे भी लिखी गयी है लेकिन आज हम जिस रोचक और रहस्यमयी कहानी को उजागर करेंगें वो आज भी रहस्य बना हुआ है आज हम बात करेंगे सम्राट अशोक के नवरत्नों की आपने बादशाह अकबर के नवरत्नों के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या आप जानते है दरबार में रत्न बनाने की प्रथा बहुत ही पुरानी है यह बात है 322 ई.पू. से 298 ई.पू. की सम्राट बिन्दुसार और माता सुभद्रांगी के पुत्र अपनें दादा के समान ताकतवर थे सम्राट अशोक महान विश्व में अकेले अशोक ही है जिन्हें "देवानांप्रिय" की उपाधि दी गईं।
कौन थे सम्राट अशोक के 9 रत्न?
रत्न शब्द से ही समझ सकतें की कोई साधारण लोग तो नहीं होंगे। उनकी विशेषताओ के कारण ही उन्हें रत्नों की उपाधि दी गयी थी कुछ विशेष गुण जो आज भी रहस्य बने हुए है कहा जाता है की वो 9 लोग आज भी जीवित है और अदृश्य रूप से परग्रह वासियों से पृथ्वी की रक्षा करते है। कहा जाता है की सम्राट अशोक के निर्णय लेने में यही नवरत्न सहायता करते थे जिन्हें गुप्त रखा जाता था 9 अज्ञात लोगो को अलग अलग 9 विद्याओं में महारथ हासिल थी और उनपर खोज और किताबे लिखकर उसके संरक्षण का कार्य भी उन्हें ही दिया गया था। आईये विस्तार से पढ़ते है।
सम्राट अशोक के 9 लोग अलग अलग 9 विद्याओं में महारथी थे वे विषय जिनपर किताबे लिखी गयी है।
1) समाज शास्त्र (Sociology): किसी भी सभ्यता का उदय व विनाश करने में सक्षम समाज शास्त्र पर आधारित यह किताब सम्राट अशोक के पहले रत्न के पास थी और इस विषय पर उन्होंने और खोज की और सदा ज्ञान को लिखते रहे है।
2) शरीर विज्ञान (Science of Killing): सेना को ससक्त बनाने, जनता को निरोगी रखने व शत्रूओं को युद्ध में हराने के लिए शरीर विज्ञान बहुत उपयोगी ज्ञान था ऐसे ही शरीर विज्ञान को पूरी तरह जानने वाले एक रत्न सम्राट अशोक के दरबार में थे, ऐसा कहा जाता है की "जुडो" कला इस पुस्तक के ज्ञान से ही लिया हुआ है। इस विज्ञान को "Science of Killing" भी कहा जाता है जिसमे शरीर के ऐसे प्रेशर पॉइंट की जानकारी है जीने छुने मात्र से मनुष्य को मृत्यु दी जा सकती है।
3) वैश्विक उर्जा (Cosmic Energy): ब्रम्हांड की परमशक्ति जिस उर्जा के कारण की जीवन संभव है उस शक्ति के बारे में विस्तृत जानकारी इन किताबो में से एक में मिलती है।
4) सूक्ष्मजीवविज्ञान (Microbiology): कहा जाता है की आज का आधुनिक जीव विज्ञान भी बहुत पीछें है उस वक़्त के ज्ञान के सामने, ऐसा माना जाता है की इन किताबो में हैजा जैसी बीमारी का इलाज़ भी लिखा गया है। इस विज्ञान में ऐसे भयंकर रोगानुओ को बनाने के बारे लिखा गया है जिससे पूरी मानव जाती का विनाश किया जा सके साथ ही इसमें महामारी फैलाने और महामारियो से बचने के बारे विस्तृत ज्ञान दिया गया है।
5) मनोविज्ञानिक युद्ध और मस्तिष्क परिवर्तन (Psychological Warfare and Human Brain Wash): एक ऐसी कला जो पूरी मानव जाती का मन परिवर्तन करने में सक्षम है और मनोवैज्ञानिक रूप से विजय प्राप्त करने में भी सक्षम होती है। पुरे जन समुदाय को एक साथ लाने में बहुत ही कारगर विद्या है।
6) धातुओं का रूपांतरण (Alchemy): धातुओं को सोने में बदलने की विद्या यह एक ऐसा दुर्लभ ज्ञान है जो मानव जाती के काफी हितकारी था और कहा जाता है इसमें कई ऐसे रसायनों के बारे में भी लिखा हुआ था जिस रसायन के उपयोग से मृत्यु पर भी विजय पायी जा सकती है।
7) संचार (Communication): कई तरह से व कई भाषाओं में संचार करने की विद्या लिखी हुयी थी और कहा ऐसा भी जाता है की इसमें कई ऐसी गुप्त भाषाओं का भी ज्ञान लिखा गया है जिस से परग्रही जीव (एलियंस) से बात करने की विद्या भी है।
8) गुरुत्वाकर्षण (Gravity): पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति की विस्तृत जानकारी व गुरुत्वाकर्षण के रहस्यों पर आधारित है इस किताब में गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ विमान बनाने के विज्ञान को भी लिखा गया था।
9) प्रकाश (Light): प्रकाश की गति से यात्रा करने और समय में आगे व पीछे जाने की कला इस पुस्तक में लिखी गयी थी। कहा जाता है की सम्राट अशोक ने समय में यात्रा की थी वो भविष्य में यात्रा कर चुकें थे जिसे हम (Time Travel) कहते है। इस पुस्तक में प्रकाश के कई रहस्यों को भी लिखा गया था। साथ ही प्रकाश की गति को नियंत्रित करने की विद्या भी इस किताब में लिखी हुयी थी।
सम्राट अशोक के अनुसार 9 गुप्त विद्याओ का उपयोग अच्छे और बुरे दोनों तरहो से किया जा सकता था इसलिए इस विद्याओ का गलत उपयोग ना हो इसलिए उन्होंने इन विद्याओ को गुप्त रखने का आदेश दिया था लेकिन इन किताबो का कुछ हिस्सा समय समय पर मानव जाती के सामने आता रहा जिससे की विज्ञान, चिकित्सा और युद्ध कलाओ में विकास हुआ। कुछ बुद्धिजीवी इस मिथक मानते है और कुछ इस सच्चाई अब ये आपको सोचना है लेकिन अगर ये सच है तो सम्राट अशोक एक महान शासक थे और जिसे पश्चिम में "इल्युमिनाटी ग्रुप" कहा जाता है उसकी स्थापना सम्राट अशोक ने की थी।
यह कहानी सच्ची है तो भारतीयों के लिए गर्व की बात है आप इस जानकारी को अधिक से अधिक शेयर करे।