ब्रिटेन: ऋषि सुनक हारे चुनाव, अगर जीते होते तो आज एक भारतीय मूल के प्रधानमंत्री होते ब्रिटेन में
बोरिस जॉनसन के बाद ये कयास लगाये जा रहे थे की भारतीय मूल के ऋषि सुनक अगले प्रधानमंत्री होंगे लेकिन 21000 वोटो से ऋषि UK Election हार चुके है और वहा की विदेश मंत्री लिज ट्रस प्रधानमंत्री बन चुकीं है आखिर क्या हुआ की ऋषि सुनक को हार का सामना करना पड़ा? आईये पढ़ते है पूरी खबर इस आर्टिकल में.
आपकी जानकारी के लिए बता दे की लिज ट्रस को ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री के रूप में चुन लिया गया है लगभग 21000 वोटो से लिज ट्रस, ऋषि सुनक से जीतकर कंजर्वेटिव पार्टी की नेता चुन ली गयी है और सुनक 60000 वोट लेकर. लेकिन हारकर भी ऋषि सुनक ने एक बड़ी उपलब्धि प्राप्त की है ऋषि सुनक पूर्व वित्त मंत्री रह चुके है और प्रधानमंत्री की रेस में काफी आगे थे. ऋषि सुनक ने वादा किया था की अगर वो जीते तो महंगाई पर नियंत्रण लायेंगे और लिज ट्रस ने वादा किया था की वो टैक्स में कटौती करेगीं. भारतीय मूल के होने के कारण ऋषि सुनक पर भारत की नज़र थी और उनकीं जित का उत्साह भारत में भी देखने मिल रहा था.
क्या वजह थी सुनक के हारने के पीछे?
सुनक के हारने की सबसे बड़ी वजह थी उनका ब्रिटिश नागरिक ना होना. ऋषि सुनक भारतीय मूल के ब्रिटिश इंडियन है उनका संबंध मूल रूप से इंग्लैंड या ब्रिटेन के किसी भी देश से नहीं है. आजतक इतिहास में कोई भी दुसरे मूल का प्रधानमंत्री नहीं बना इसलिए यह एक प्रमुख वजह बताई जा रही है. सुनक का इतिहास देखे तो उनके दादा - दादी भारत के पंजाब राज्य में पैदा हुए थे और यही के मूल निवासी थे. फिर वो दोनों अफ्रीका चले गए थे. ऋषि सुनक की माता जी का जन्म तंजानिया में हुआ और उनके पिता जी केन्या में पैदा हुए थे बाद में यह परिवार इंग्लैंड में आकर बस गया और ऋषि की पढाई भी इंग्लैंड में ही हुयी है. ऋषि की पत्नी एक भारतीय है ऋषि इन्फोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति के दामाद है.
ऋषि सुनक के हारने की एक वजह ये भी है की ऋषि सुनक की पत्नी का टैक्स चोरी को लेकर विवादों में रहना. रिपोर्ट के मुताबिक सुनक की पत्नी अक्षता पर 197 करोड़ की टैक्स नहीं भरने का आरोप है इसपर सुनक ने तर्क दिया थे की उनकी कमाई ब्रिटेन से बाहर होती है, इसलिए वे ब्रिटेन में कर नहीं देती. फिर उनकी पत्नी में घोषणा की थी की वो इन्फोसिस की कमाई पर भी टैक्स भरेगी लेकिन तबतक बहुत देर हो चुकी थी. लेकिन इन सबके बावजूद और भी कई वजह है जो सुनक की हार में योगदान देती है जैसे की उनके पास अमेरिका की नागरिकता होना और बोरिस जॉनसन के खिलाफ सबसे पहले स्तीफा देना.
अगर ऋषि सुनक जित गए होते तो क्या होता?
ऋषि सुनक की जीत को भारत से जोड़कर देखा जा रहा था और कयास ये लगाये जा रहे थे की अगर ऋषि जीते तो भारत के ब्रिटेन के रिश्ते जो पहले से ही काफी अच्छे है वो भी गहरे हो जायेगे साथ ही व्यापार और पारंपरिक रूप से भी मजबूती मिलती और इस से दोनों ही देशो को लाभ पहुचता, लेकिन अब वो चुनाव हर चुके है अब देखना है की भविष्य में वो फिरसे प्रधानमंत्री का चुनाव लड़ेंगे की नही. फिलहाल तो उन्होंने जितने वाली पार्टी का समर्थन करने का निर्णय लिया है.