आराम के भी 5 तरीके होते है क्या आप भी करते है ये आराम
जीवन में आराम करना बहुत जरुरी होता है। जब भी हमें थकान होती है हम सोचते है की थोडा आराम कर ले तो ठीक हो जायेंगे, लेकिन क्या आप जानते है की आराम करने के भी 5 तरीके होते है। जो हमें अलग अलग स्तर पर अलग अलग तरीको से आराम दिलाते है। आराम की स्थिति निर्भर करती है आपकी सेहत कैसी है और पूर्ण आराम पाने के लिए आपको सभी प्रकार के आराम का अभ्यास करना चाहियें। आईये पढ़ते है आराम करने के 5 तरीकें
1. शारीरिक आराम : शरीर को सक्रीय और निष्क्रिय रूप से आराम दे जिसमे 8 घंटे की नींद अनिवार्य है साथ ही दिन में एकाध झपकी जरुर ले, यह आपके शरीर को उर्जावान बनाने के लिए जरुरी है यह आराम शरीर को मजबूत बनाने के लिए भी जरुरी है जैसे योग, स्ट्रेचिंग और मसाज थेरेपी। इससे शरीर में रक्त संचार और लचीलापन बढ़ता है। रोज कम से कम आधा घंटा व्यायाम अवश्य करे।
2. मानसिक आराम : आज हमारी दिनचर्या काफी व्यस्त रहती है घर हो या चाहे ऑफिस बिना रुके लगातार काम करते है हम तो दिमाग और आँखे थक जाती है सोचने की क्षमता पर इसका असर पड़ता है साथ ही स्वाभाव भी चिढचिढ़ा होता है इसलिए दिमाग को आराम देना जरुरी है हर 2 - 3 घंटे के अंतराल में हमें दिमाग को शांत रखना चाहिए। हर 3 घंटो में कुछ देर के लिए काम छोड़ कर संगीत सुने यह दिमाग को शांति प्रदान करेगा लेकिन ज्यादा शोर शराबे वाला संगीत ना सुने कोई शांत और मधुर धुन सुने।
3. सामाजिक आराम : आजकल हम सभी मोबाइल की दुनिया में ऐसे खोये हुए है की दोस्तों से मिलने व परिवार के साथ समय बिताने को तरस जाते है लेकिन यह बहुत जरुरी है आप समय निकल कर दोस्तों से मिले। परिवार के साथ घुमने जाए, किसी सामाजिक कार्यक्रम में हिस्सा ले इसे ही सामाजिक आराम कहते है इस से हमारे विचारो का दायरा बढ़ता है और सकारत्मक उर्जा का संचार होता है कुछ समय ऐसे लोगो के साथ बिताये जिनके साथ आपको औपचारिक रूप से पेश आने की जरुरत ना पड़े।
4. रचनात्मक आराम : ये उन लोगो के लिए जो नईं योजना और उपाय खोजने के लिए कुछ रचनात्मक सोचते है उन लोगो को यह आराम ज्यादा जरुरी है आप नदी किनारे, समुंद्र किनारे, जंगल में, पहाड़ो पर या किसी भी प्राकृतिक जगहों पर थोडा समय बिताएं, विशेष फूलो के बगीचों में या खुले आसमान के निचे चित्रकारी भी कर सकते है यह आपको सुकून देगा और तनाव से मुक्त कर देगा।
5. भावनात्मक आराम : मनुष्य की भावनाए ही उसकी सबसे बड़ी कमजोरी है कहते है मन मजबूत तो सब मजबूत और मन कमज़ोर तो सब कमज़ोर और हम मन से जो भी काम करे वो सफल होता ही है लेकिन कई बार हम मन से ना काम करते हुए भावनात्मक रूप से कमज़ोर होकर कार्य करते है। बहुत से दबाव में रहते है काम ना करने की इच्छा होने पर भी तनावग्रस्त होकर काम करते है इसलिए आप अधिक समय परिवार को दे कुछ देर टेलीविजन का सहरा ले सकते है वह कई कॉमेडी दृश्य होते है जो आपके मन को खुश कर देते है व कुछ समय के लिए हम भावनात्मक तनाव से दूर हो जाते है। प्रसन्न रहकर कार्य करे मन को मजबूत रखना सीखे ।
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