Kidney Stone: किडनी में पथरी होने के लक्षण, कारण व उपचार
किडनी में पथरी होना एक गंभीर बिमारी है और आज के दौर में कम उर्म के लोगो में भी यह बीमारी आम हो गयी है आखिर ऐसी क्या वजह है की किडनी में पथरी होना आम हो गया है और कैसे बनती है किडनी में पथरी और हमें पता क्यू नहीं चलता की पथरी बन रही है। पथरी का बनना एक आम बात है लेकिन हम तब ही ध्यान दे पाते है जब हमें अहसनीय दर्द होता है और तब तक यह पथरी बहुत ही बड़ी हो चुकी होती है। कई बार समस्या से निजात पाने के लिए ऑपरेशन तक की नौबत आ जाती है। आईये आज जानते है पथरी कैसे बनती है और क्यों बनती है इसके लक्षण क्या है और उपचार क्या है।
किडनी की पथरी क्या होती है?
शरीर के अंदर केल्शियम, यूरिक एसिड से बने कई खनिजो का संग्रह होता है जो की समय समय पर मूत्र क्रिया द्वारा शरीर से बाहर निकल जाते है लेकिन कई बार इनकी अधिकता के कारण हमारे शरीर का नमक और खनिज किडनी में जमा हो जाते हा धीरे धीरे ये पत्थर का रूप ले लेते है और सख्त हो जाते है जिससे ये मूत्र द्वारा बहार नहीं आ पाते उन्हें ही किडनी की पथरी कहते है ये पथरी धीरे धीरे बढ़ी होती है और कई बार तो एक से ज्यादा भी पथरिया बन जाती है जो हमें असहनीय दर्द देती है। पथरिया कई प्रकार की होती है जो अलग अलग खनिजो द्वारा मिलकर बनती है, वास्तविक कारण जानकार ही सटीक उपचार किया जा सकता है।
किडनी में पथरी के क्या कारण होते है?
बदलते खान पान के कारण कई ऐसे कारण है जो पथरी की वजह बनते है आईये हम जानते है कुछ मुख्य कारणों को जिनकी वजह से पथरी की समस्या होने का जोखिम अधिक होता है।
- जेनेटिक समस्या: कई बार पारिवारिक इतिहास में गुणों के साथ साथ कई बीमारिया भी विरासत में मिलती है, अगर आपके परिवार के सदस्यों की यह समस्या है तो आपको भी होने की सम्भावना रहती है इसे जेनेटिक बीमारी कहते है आप कुछ नियमो का पालन कर और सही खान पान का ध्यान रखकर इस बीमारी बच सकते है।
- पुरानीं सर्जरी या अन्य बीमारियाँ: कई बार कुछ पुरानीं बीमारियों के उपचार की वजह से या अधिक दवाइयों के सेवन से पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करती है जिससे शरीर में केल्शियम या पानी ठीक से पच नहीं पाता या फिर पुरानी दस्त की और कब्ज की समस्या के कारण भी शरीर से नमक और केल्शियम बाहर नहीं निकल पाते है तब यह किडनी में पथरी का कारण बन जाता है।
- पानी की कमी: सबसे बड़ी वजह यही है की पानी की कमी, शरीर में पानी की कमी के कारण शरीर की गंदगी बाहर नहीं निकल पाती है और धीरे धीरे मूत्राशय या किडनी में जमा हो जाती है जिससे पथरी बनने का जोखिम अधिक बढ़ जाता है।
- अधिक प्रोटीन, नमक और शक्कर का सेवन: कहते है की किसी भी चीज की अधिकता जहर का काम करती है ठीक वैसे ही प्रोटीन, नमक और शक्कर की अधिकता हमारे शरीर में जहर का काम करती है। इसलिए इन तीनो का जितना आवश्यक हो उतना ही सेवन करे।
किडनी में पथरी के लक्षण
- पेट के निचले हिस्से या कमर में दर्द
- बार - बार पेशाब करने की इच्छा होना पर पेशाब थोड़ी मात्र में ही आना
- पेशाब से बदबू आना और पेशाब का रंग गहरा होना
- पेशाब करते वक़्त जलन और दर्द होना
- जी मचलना, उलटी और बुखार
- पेशाब में खून आना या पेशाब का रंग गुलाबी या भूरा होना
पथरी से बचाव और उपचार
पथरी से बचने के लिए कुछ नियमो का पालन करना अनिवार्य है जिससे आप आसानी से पथरी को बढ़ने से रोक सकते है।
- पानी की कमी ना होने देना: दिन में 8-10 गिलास पानी पीना सेहत के अनिवार्य कहा गया जो आपको बीमारियों से बचाता है पानी भरपूर मात्रा में पीकर आप किडनी की पथरी को बढ़ने से रोक सकते है।
- नींबू पानी और संतरे का रस: नींबू पानी और संतरे में प्रचुर मात्रा में विटामिन c पाया जाता है जो शरीर की गंदगी को बहार निकालने में सहायक होता है इनके नियमित सेवन से आप पथरी को ठीक कर सकते है और होने वाली पथरी से बचाव किया जा सकता है।
किसी भी प्रकार के लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य ले।