Loan और EMI के जाल से जल्दी बाहर आ जाए नहीं तो जिंदगी मे आगे नहीं बढ़ पाओगे
लोन का जाल ऐसा बिछाया हुआ है की हर इंसान छोटी से छोटी चीज के लिए लोन लेने लगा है लेकिन क्या आपने सोचा है की आपकी पूरी जिंदगी सिर्फ EMI भरने मे ही निकाल रही है। आप सोचते है की कुछ बड़ा करना है चिंता मुक्त जीवन जीना है तो लोन की जिंदगी से बाहर आना होगा। यह आपको कर्जदार बनाकर रखता है और हर छोटी से छोटी चीज के लिए लोन लेने की आदत पड़ती जा रही है। आज हम आपको बताने वाले है की लोन की जिंदगी से बाहर कैसे आ सकते है।
क्या है लोन लेने की असली वजह?
आज हम लगभग हर चीज के लिए लोन लेते है आपने ध्यान दिया की लोन लेने की जरूरत ही क्यू पड़ी आपको? अगर हमारा बजट 7,000 है तो भी 20,000 का फोन लोन पर लेते है और 1 साल मे जब तक इसकी EMI पूरी होती है तब तक फोन खराब और फिरसे लोन। ऐसे ही लैपटाप, बाइक, कार और घर सब कुछ लोन पर लेते है जरा सोचिए आप अपनी 30 वर्ष की आयु मे 25 साल के लिए लोन शुरू करते है तो लगभग 55 वर्ष की आयु तक तो EMI ही भरते है तब तक रिटायरमेंट आ जाता है और अपने बच्चो को भी लोन लेना सिखाते है।
लोगो मे लोन की बढ़ती आदत को देखकर कंपनी वालों ने सभी चीजों के भाव बढ़ाना शुरू कर दिये है। क्या आप मोबाइल फोन बिना लोन के नहीं ले सकते? जरूर ले सकते है लेकिन बस शर्त एक ही है की आपको अपना बजट देखकर ही फोन खरीदना होगा ना की फोन लेने के लिए हर महीने हफ्ता भरने का निर्णय लेना। आपको यह निर्णय लेना होगा की क्या सच मे लोन लेने की जरूरत है? लोन अर्थात कर्ज और कर्ज सिर्फ मुसीबत मे लेना चाहिए या किसी बड़े व्यापारिक मकसत के लिए अन्यथा लोन लेना गलत है।
जिस देश मे शिक्षा लगभग निशुल्क है और कई प्रकार के छात्रवृत्ति प्रोग्राम चलते है कई संस्थाए फीस भरने को तत्पर रहती है लेकिन फिर भी शिक्षा लोन सबसे ज्यादा लिया जाता है। फिर नौकरी लगते ही शिक्षा लोन भरो। शिक्षा लोन पूरा होते ही घर लोन साथ मे कार लोन ऐसे ही चलते जाता है यह कर्ज की चैन। कोशिश करके बिना लोन के शिक्षा हासिल करे कोई संस्था से संपर्क करे छात्रवृत्ति मे आवेदन करे। फिर नौकरी लगते ही बचत शुरू होगी घर के लिए लोन लेना पड़ेगा लेकिन उसकी राशि कम होगी और जल्दी लोन पूरा करे। कार या अन्य वाहन लोन पर ना ले।
कर्ज ओर रोग को सबसे पहले खत्म करने की बात बुजुर्गो द्वारा भी कही गयी है उसे कभी छोटा नहीं समझना चाहिए।
लोन (कर्ज) लेने की आदत कैसे छोड़े?
- सबसे पहले अपनी जरूरतों की सूची बनाए।
- कुछ भी खरीदने से पहले सिर्फ इतना सोचे की क्या इस चीज की अभी मुझे जरूरत है?
- अगर जरूरत है तो मेरा बजट कितना है? मुझे अपने बजट से ज्यादा खर्चा नहीं करना है किसी भी हाल मे।
- आज मेरे पास जितना है उसी मे वो चीज लेनी है बस मैं कर्ज नहीं लूँगा।
- कर्जदार बनकर दिखावा नहीं करूंगा। मैं कर्जमुक्त जिंदगी जीना पसंद करूंगा।
- अगर कर्ज है तो पहले लक्ष्य कर्जमुक्त होना बनाए।
- कर्ज का मतलब किसी से लिए गए पैसे नहीं बल्कि लोन भी तो कर्जा ही है।
- सोचिए मोबाइल जैसी चीज लोन पर लेकर किसी वजह से एक भी किश्त नहीं भर पाये तो रिकवरी वाले आपसे किस भाषा मे बात करते है।
- क्या चोटी चीज के लिए हमे किसीसे 2 बात सुनने की जरूरत है।
- बच्चो की जिद करने पर भी कर्ज लेकर उन्हे फालतू चिजे ना दिलाये बल्कि उन्हे जीवन जीने का तरीका सिखाये, संस्कार और घर कैसे चलाना है और कर्ज मुक्त जीवन कैसे जिये ये सिखाये।
लोन लेना आपकी विवशता होना चाहिए ना की आपकी पसंद। इस बात को गहराई से समझे ओर लोगो से शेयर करे।